मोबाइल टावर से उत्सर्जित विकिरण के प्रभाव पर एक विश्लेषण

मोबाइल टावर से उत्सर्जित विकिरण के प्रभाव पर एक विश्लेषण.

मोबाइल टावर से उत्सर्जित विकिरण:  

एक मोबाइलस्टेशन एंटेना उदहारण के लिए मान  लें  (GSM900 मॉडल एंटेना) 935 से 960 मेगा हर्ट्ज़ तक के तरंग आवृति प्रक्षेपितकरती हैI ये तरंग आवृत्ति पट्टिका, 25 – 25 मेगा हर्ट्ज़ केतरंग आवृति पट्टी और फिर 1.2 मेगा हर्ट्ज़  के  20 सब तरंगआवृत्ति पट्टि में विभाजित कर विभिन्न  ऑपरटरों  को बाँटदिए जाते हैं I प्रत्येक ऑपरेटरों को अनेकों धारक तरंग आवृति (1 से 5) अधिकतम 6.2 मेगा हर्ट्ज़ बैंडविड्थ बाँट दिए जाते हैं I ध्यान रहे कि प्रत्येक धारक तरंग आवृत्ति 10 से 20 वाट की उर्जा उत्पन्न कर सकते हैं I इस तरह प्रत्येकओपेरटर लगभग 50 से 100 वाट की ऊर्जा उत्पन्न करता है; और इतनी ही ऊर्जा एक छत पर लगे टावर लगभग 200 से 400 वाट उर्ज़ा प्रक्षेपित करते हैं I ध्यान रहे निष्चित दिशावर एंटेना का प्रचलन है जो अनेको किलो वाट की ऊर्जा एक ही दिशा में मुख्य किरण के रूप में प्रक्षेपित करती हैI

मोबाइल फोन प्रौद्योगिकी के आलोचनात्मक पहलु:  आज के समय में लगभग 60 करोड़ से ऊपर लोग मोबाइल फोन का उपयोग कर रहे हैं और लगभग 6लाख मोबाइल टावर द्वारा संचार के जरूरतों को पूरा किया जा रहा है I मोबाइल फ़ोन और मोबाइल टावरों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हो रही है परन्तु इसके दुष्प्रभाव को बिलकुल अहमियत नहीं दी जा रही है I

पूरे विश्व में मोबाइल और मोबाइल टावरों से होने वाली समस्याओं की परिचर्चा जोर पर है I विकिरण के प्रभाव दो तरह के होते है: ऊष्मीय प्रभाव और अऊष्मीय प्रभाव I ऊष्मीय प्रभाव की तुलना माइक्रोवेव ओवेन की ऊष्मा से की जा सकती है; परंतु विकिरण के अऊष्मीय प्रभाव के बारे में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नही है परन्तु यह कहा जाता है कि विकिरण के अऊष्मीय प्रभाव इसके ऊष्मीय प्रभाव की तुलना मे 3 से 4 गुना ज्यदा हानिकारक हैI

दुर्गा महारानी सेना समाजिक संस्थान

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